पाली / पाली क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा के बावजूद नशा मुक्ति की मुहिम थमने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी एवं एसडीओपी पंकज ठाकुर के मार्गदर्शन में पाली पुलिस ने एक अनोखी मिसाल पेश की। उप निरीक्षक जितेंद्र यादव, सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर तथा आरक्षक अनिल कुर्रे की टीम ने ग्राम डूमरकछार एवं नानपुलाली में ग्रामीण महिलाओं के आग्रह पर नशा मुक्ति अभियान चलाया।
गौरतलब है कि दोनों ग्राम पंचायतों की महिलाएं गांव को पूरी तरह नशा मुक्त बनाना चाहती हैं। उन्होंने पुलिस से सहयोग की मांग की थी, जिसे पाली पुलिस ने न केवल स्वीकारा बल्कि भारी वर्षा के बीच भी पूरे उत्साह और सक्रियता के साथ उसे अमल में लाया। बारिश की परवाह किए बिना पुलिस अधिकारी और जवान छतरियां लेकर पूरे मोहल्ले में महिलाओं के साथ पैदल निकले, और घर-घर जाकर लोगों को शराबबंदी और नशे से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में जागरूक किया। इस दौरान महिलाओं ने भी पूरे उत्साह से पुलिस का साथ दिया, नारे लगाए, जनजागरण किया और शराब के खिलाफ अपना कड़ा रुख जाहिर किया।
*सशक्त ग्रामीण सहभागिता, प्रशंसनीय पहल*
जब ग्रामीण महिलाएं और पुलिस प्रशासन साथ आ जाएं, तो किसी भी सामाजिक बुराई को जड़ से उखाड़ा जा सकता है। यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि एक नई सामाजिक चेतना की शुरुआत है, जो निश्चित रूप से पाली क्षेत्र को नशामुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। पाली पुलिस ने बताया कि ऐसे प्रयास आगे भी जारी रहेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में जनसहयोग से नशा मुक्त समाज की स्थापना के लिए लगातार कार्य किया जाएगा।
*नारी शक्ति और पुलिस सहयोग की शानदार मिसाल*
डूमरकछार और नानपुलाली की जागरूक महिलाओं के इस साहसिक कदम और पुलिस की तत्परता ने साबित कर दिया कि अगर संकल्प मजबूत हो तो मौसम की बाधाएं भी रास्ता नहीं रोक सकतीं। यह अभियान आने वाले समय में अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।