Loksadan. कोरबा। जिले के जटगा बस स्टैंड स्थित परवीन मेडिकल स्टोर में मेडिकल व्यवसाय के नाम पर खुलेआम झोला छाप डॉक्टरी का धंधा चल रहा है। स्टोर संचालक परवीन खुद को डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं और गंभीर नियमों की अनदेखी कर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
मीडिया टीम की पूछताछ में परवीन ने खुद स्वीकार किया कि उनके पास न तो डॉक्टरी की कोई डिग्री है और न ही नर्सिंग एक्ट के तहत पंजीयन। चौंकाने वाली बात यह है कि वे महज अनुभव के आधार पर इलाज करते हैं और दवाइयाँ देते हैं। इतना ही नहीं, बिना अनुमति के कैनोला ड्रिप लगाकर मरीजों को एडमिट भी किया जाता है, जो सीधा-सीधा कानून का उल्लंघन है।
❓ उठते हैं गंभीर सवाल
बिना योग्यता और अनुमति के मेडिकल स्टोर कैसे संचालित हो रहा है?
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की नज़र अब तक इस पर क्यों नहीं पड़ी?
क्या आम जनता की जिंदगी इतनी सस्ती है कि कोई भी दवा बाँटकर खुद को डॉक्टर बता सके?
स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि ऐसे झोला छाप डॉक्टर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कई बार गलत दवा और इंजेक्शन देने से मरीजों की हालत और बिगड़ जाती है।
लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि तुरंत कार्रवाई कर परवीन मेडिकल स्टोर को बंद किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर भी सवाल पूछा जाए।