*कुचेना में जुलूस निकालकर मनाया गया ईद मिलादुन्नबी का जश्न*

 

Loksadan।   हरदीबाजार – कुचेना नगर में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के तहत जुलूस निकाला गया। जुलूस में मुस्लिम समाज के लोगों ने भाग लिया और भाईचारे का संदेश दिया। विभिन्न मस्जिदों में नमाज और तकरीर का आयोजन किया गया।

बांकीमोंगरा कुचेना वार्ड 19 के गरीब नवाज कमेटी कुचेना की ओर से शुक्रवार को जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकल गया यह जुलूस सुबह 8:00 बजे मदरसा गरीब नवाज से शुरू होकर मेन रोड होते हुए कुचेना बस्ती है कुसमुंडा रोड होते हुए मदरसा में 11 बजे सलातो सलाम के बाद संपन्न हुआ।जुलूस के दौरान जगह-जगह स्वागत और लंगर का ग्रामीण के द्वारा किया गया था। मदरसा के सदर अब्दुल रहमान खान ने बताया कि कुचेना में यह यह परंपरा वर्षों से शांतिपूर्वक ढंग से निभाई जा रही है 

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने मानवता भाईचारे और अमन का पैगाम दिया।मदरसा के इमाम साहब जावेद अख्तर और मुस्लिम के सभी लोगों ने अमन और शांति भाईचारा के लिए दुआ मांगी गई, इस अवसर पर मुख्य रूप से सदर अब्दुल रहमान खान, नायाब सदर सफी खान, सेक्रेटरी दिलबहार खान, नायाब सेक्रेटरी युनूस मो., मो. करीम कुरैशी, हाजी सुलेमान, हाजी जलालुद्दीन, हां जी असीम अंसारी, रमज़ान अली, सलीम खान,नूर मोहम्मद, असगर अली, बसीर खान, गोलू ख़ान, इजहार अंसारी, समीर अली, मो. मुस्ताक, मो. इश्हाक, अरमान खान, शहज़ाद, शोएब मिर्जा, रहमत खान, आलम खान, सरफुद्दीन, सरफराज, अब्दुल रज्जाक, रहमत खान, नूर मोहम्मद, अनवर अंसारी, नईम अंसारी, ईद मो., सिराज आदि उपस्थित थे।

  • Manoj Thakur

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    कोरबा – पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में स्वास्थ्य सेवाओं की आड़ में मरीजों के परिजनों से पैसों की जबरन वसूली का मामला एक बार फिर सामने आया है। पीड़ित परिजन ने बताया कि अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने प्रसव कार्य के लिए हजारों रुपए की मांग की और अंततः 4 हजार रुपये लेने के बाद ही प्रसव कार्य कराया गया।   ग्राम सेंदरीपाली निवासी पीड़ित कीर्ति सिंह खैरवार ने बताया कि दिनांक 08 सितंबर 2025 को वह अपनी बहू अशोक कुमारी खैरवार को प्रसव हेतु अस्पताल लेकर आए थे। इस दौरान अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर ने 5 हजार रुपये की मांग की और मोलभाव के बाद 4 हजार रुपये में सहमति बनी। यह रकम अस्पताल परिसर में पदस्थ स्टाफ नर्स को दी गई। परिजन ने स्पष्ट कहा कि यह सरकारी अस्पताल गरीबों की सेवा के लिए है, लेकिन यहां खुलेआम जबरन वसूली हो रही है।   गौरतलब है कि हाल ही में जिला पंचायत कोरबा की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास सभापति माया रूपेश कंवर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली का औचक निरीक्षण किया था। उस समय उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के रवैए और व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कड़े निर्देश दिए थे कि प्रसव कार्य पूरी तरह निःशुल्क किए जाएं, मरीजों के साथ किसी प्रकार की आर्थिक लेन-देन की स्थिति न बने और गंभीर बीमारियों के उपचार में कोई लापरवाही न हो। निरीक्षण के दौरान ही उन्होंने सिजेरियन डिलीवरी न होने, आपातकालीन बिजली व्यवस्था की कमी और स्टाफ की लापरवाहियों पर नाराज़गी जताई थी।   इसके बावजूद अस्पताल स्टाफ द्वारा प्रसव कार्य के नाम पर पैसों की मांग और वसूली की बात सामने आना यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। इससे पहले भी अस्पताल से जुड़ी ऐसी कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं, लेकिन कार्यवाही के अभाव में स्थिति जस की तस बनी हुई है।   गरीब मरीजों से इस तरह की जबरन वसूली न केवल सरकारी योजनाओं की धज्जियां उड़ाती है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं पर आमजन का भरोसा भी तोड़ रही है। यह मामला स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और अब देखना होगा कि संबंधित जिम्मेदार अधिकारी इस पर क्या ठोस कदम उठाते हैं।

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