बीजापुर – छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने बीजापुर जिले के दौरे के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और योजनाओं की जमीनी प्रगति का जायज़ा लिया। उन्होंने भैरमगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 100 बिस्तरों की सुविधा दिए जाने की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी सौगात है और इससे सुदूर ग्रामीणों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
मंत्री जायसवाल के साथ इस निरीक्षण दौरे में सीजीएमएससी चेयरमैन दीपक महस्के, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, स्वास्थ्य आयुक्त प्रियंका शुक्ला, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, जिला पंचायत की सीईओ नम्रता चौबे सहित जिले के अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि इलाज की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए, और हर मरीज को समय पर, सटीक और सुलभ इलाज मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान, मंत्री ने “निक्षय मित्र योजना” के अंतर्गत टीबी से पीड़ित मरीजों को पोषणयुक्त फूड बास्केट प्रदान की। उन्होंने मरीजों से संवाद करते हुए उन्हें दवाएं नियमित रूप से लेने और इलाज बीच में न छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह प्राथमिकता है कि टीबी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित किसी भी मरीज को पोषण की कमी न झेलनी पड़े और इलाज के दौरान उन्हें हरसंभव सहयोग मिले।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीजापुर के जांगला से शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना को गरीबों और आदिवासियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह योजना अब देश के कोने-कोने में स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी बन चुकी है। उन्होंने जांगला के आयुष्मान आरोग्य मंदिर का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए उसे “मॉडल हेल्थ सेंटर” के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने निर्देश दिए कि इसके भवन की मरम्मत जल्द से जल्द कराई जाए और यहां सभी मूलभूत सुविधाएं सुलभ हों।
स्वास्थ्य मंत्री ने जांगला में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया, जो पर्यावरण और पारिवारिक मूल्यों को जोड़ने वाली अभिनव पहल है। इसके साथ ही उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को “आयुष्मान वय वंदना कार्ड” भी वितरित किए, जिससे बुजुर्गों को मुफ्त और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।