☀️आज का राशिफल 9 सितंबर 2025 ☀️
Loksadan. 📖 आज का राशिफल – जानिए कैसा रहेगा आपका दिन: सफलता, स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन, आर्थिक लाभ और पारिवारिक सौहार्द से जुड़ी हर जरूरी बात; 🔴 मेष (Aries): आज का दिन आपके लिए आत्मनिर्भरता और ऊर्जा से भरपूर रहेगा। आपके भीतर एक नई उमंग जागेगी जो आपको अपने लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी। लंबे समय से अटका कोई काम आज पूरे होने की संभावना है। कार्यस्थल पर आपके विचारों को सराहना मिल सकती है। पारिवारिक जीवन में भी सहयोग मिलेगा, लेकिन जल्दबाज़ी और आवेश से बचना आवश्यक है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अपनाएँ। शुभ अंक: 9 शुभ रंग: लाल 🟢 वृषभ (Taurus): आज आपको धैर्य और व्यावहारिक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। आर्थिक मामलों में सतर्कता आवश्यक है। कोई निवेश करने से पहले अच्छी तरह से जानकारी लें। घरेलू जीवन में छोटे-छोटे मतभेद हो सकते हैं, परंतु बातचीत से समस्या का समाधान संभव है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और पर्याप्त पानी पीते रहें। मानसिक शांति के लिए ध्यान या प्राणायाम का अभ्यास लाभकारी रहेगा। शुभ अंक: 6 शुभ रंग: हरा 💛 मिथुन (Gemini): आज का दिन आपके लिए संवाद कौशल को निखारने का अवसर लेकर आया है। नए संपर्क बन सकते हैं जो भविष्य में लाभ देंगे। आपके विचारों की सराहना होगी। कार्यक्षेत्र में किसी सहकर्मी से मदद मिलने की संभावना है। पढ़ाई या शोध से जुड़े लोगों को आज विशेष सफलता मिल सकती है। दिनभर ऊर्जा बनी रहेगी, लेकिन मानसिक थकावट से बचने के लिए बीच-बीच में विश्राम लें। शुभ अंक: 5 शुभ रंग: पीला ⚪ कर्क (Cancer): भावनात्मक रूप से आप आज अधिक संवेदनशील रह सकते हैं। मन में कई विचार चलेंगे, जिनसे बेचैनी महसूस हो सकती है। ऐसे में अपने करीबी मित्रों या परिवार से संवाद करें। अपने दिल की बात साझा करने से मन हल्का होगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, विशेषकर पाचन संबंधी समस्याओं से बचाव करें। किसी धार्मिक स्थल या शांत वातावरण में समय बिताना मानसिक शांति देगा। शुभ अंक: 2 शुभ रंग: सफेद 🟠 सिंह (Leo): आज आपके नेतृत्व गुण उभरकर सामने आएंगे। आपको जिम्मेदारी दी जा सकती है, और आप उसे निभाने में सफल रहेंगे। ऑफिस या सामाजिक कार्यों में आपकी राय को महत्व दिया जाएगा। आपकी सकारात्मक ऊर्जा आसपास के लोगों को प्रेरित करेगी। परिवार के साथ समय बिताना मन को संतुलित करेगा। खर्च में संयम बरतें और अपने आर्थिक लक्ष्यों को ध्यान में रखकर योजनाएँ बनाएं। अपने आत्मविश्वास को बनाये रखें। शुभ अंक: 1 शुभ रंग: केसरिया/सुनहरा 🟤 कन्या (Virgo): आज आपको अपने कार्यों को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। छोटी-छोटी बातें भी ध्यान देने योग्य हो सकती हैं, जिन्हें नजरअंदाज करने से समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। अपने समय का सही उपयोग करें और प्राथमिकता तय करें। मानसिक तनाव से बचने के लिए दिन में थोड़ी देर ध्यान करें। पुराने मुद्दों का समाधान मिल सकता है। स्वास्थ्य में सुधार के लिए हल्का व्यायाम और पौष्टिक भोजन आवश्यक है। शुभ अंक: 7 शुभ रंग: भूरा ⚖️ तुला (Libra): आज संतुलन और संवाद आपके लिए मुख्य रहेंगे। पारिवारिक और सामाजिक जीवन में स्पष्ट बातचीत से रिश्तों में सौहार्द बढ़ेगा। आर्थिक मामलों में योजनाबद्ध तरीके से काम करें। अनावश्यक खर्च से बचें। मन में नई योजनाएँ आने की संभावना है, जिन्हें सही दिशा देकर आगे बढ़ा सकते हैं। आपके आकर्षक व्यक्तित्व से लोग प्रभावित होंगे। आत्मविश्वास बनाए रखें और धैर्य से कार्य करें। शुभ अंक: 3 शुभ रंग: हल्का नीला 🦂 वृश्चिक (Scorpio): आंतरिक शक्ति और इच्छाशक्ति आज आपको कई समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करेगी। किसी पुराने लक्ष्य को लेकर पुनः उत्साह जाग सकता है। यात्रा का योग बन सकता है जो आपके लिए लाभकारी रहेगा। मानसिक रूप से शांत रहना आवश्यक है ताकि आप अपनी योजनाओं पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सकें। परिवार में छोटे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन संवाद से इसे सुलझाया जा सकता है। ध्यान और प्रार्थना से मानसिक शांति मिल सकती है। शुभ अंक: 8 शुभ रंग: गहरा लाल 🏹 धनु (Sagittarius): आज का दिन नए अवसरों की शुरुआत का संकेत देता है। किसी नई योजना या परियोजना पर काम शुरू कर सकते हैं। सीखने और जानने की उत्सुकता आपको सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाएगी। किसी अनुभवी व्यक्ति से मार्गदर्शन मिलने पर लाभ मिलेगा। मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। आर्थिक मामलों में सतर्क रहें और अनावश्यक जोखिम से बचें। अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करें और नियमित दिनचर्या अपनाएँ। शुभ अंक: 3 शुभ रंग: बैंगनी 🐐 मकर (Capricorn): कड़ी मेहनत का अच्छा परिणाम मिलने के संकेत हैं।…
अरपाँचल लोकमंच का रावण दहन विवाद: शासन-प्रशासन का ग्रहण, राजनीतिक दबाव पर उठे सवाल
Loksadan। सिद्धांशु मिश्रा बोले – क्यों रोका जा रहा परंपरागत सांस्कृतिक आयोजन, जनता की इच्छाओं के खिलाफ प्रशासन ने थमाया रोकथाम का पहरा बिलासपुर, 08 अगस्त 2025 – छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में अरपाँचल लोकमंच समिति द्वारा साइनस कॉलेज मैदान में आयोजित होने वाला भव्य रावण दहन कार्यक्रम इस वर्ष अनचाही विवादों में घिर गया। परंपरागत दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित यह सांस्कृतिक आयोजन पिछले चार वर्षों से सर्व समाज का प्रतीक बन चुका है। लेकिन इस बार, अरपापार सरकंडा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम को साइनस कॉलेज प्रबंधन ने बिना किसी स्पष्ट वजह के अनुमति देने से इनकार कर दिया और प्रशासन को जिम्मेदारी सौंप दी। समिति के अध्यक्ष पं. सिद्धांशु मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि यह निर्णय किसी राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित प्रतीत होता है। मिश्रा ने कहा, “साइनस कॉलेज प्रशासन बार-बार ‘ऊपर वाले’ का नाम बताने से कतरा रहा है, जबकि हर कोई जानना चाहता है कि कौन-सा शक्तिशाली व्यक्ति इस रामकाज को रोकने के लिए प्रशासन के पीछे खड़ा है।” समिति के पदाधिकारी यह भी स्पष्ट करते हैं कि यह आयोजन क्षेत्र के ग्रामीण अंचल के हजारों रामभक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। वे पैदल चलकर साइनस कॉलेज मैदान आते हैं ताकि रावण दहन के ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बन सकें। परंतु इस बार कॉलेज प्रशासन द्वारा अनुमति ना देने के निर्णय से आयोजकों और समाज के विभिन्न वर्गों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सिद्धांशु मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अगर शासन-प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में आकर परंपरागत रावण दहन कार्यक्रम में विघ्न डालते हैं तो हम हर हाल में साइनस कॉलेज मैदान पर ही इसे संपन्न कराएंगे, चाहे जेल की हवा क्यों न खानी पड़े।” उन्होंने यह भी बताया कि हर वर्ष समिति यह निर्णय लेती है कि आयोजन में सभी राजनीतिक दलों के नेता एक मंच पर सामूहिक रूप से उपस्थित होकर समाज में सौहार्द का संदेश दें। पिछले वर्षों की कांग्रेस, भाजपा, और अन्य दलों के विधायकों-सांसदों की संयुक्त तस्वीरें प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदर्शित करते हुए मिश्रा ने सवाल उठाया, “अब बताइए इसमें दलगत राजनीति की कितनी गुंजाइश बचती है?” समिति अडिग है कि यह आयोजन उसी स्थान पर होगा। अब देखना यह है कि सत्ता पक्ष के दबाव में प्रशासन अपने आप को इस नैतिक एवं सामाजिक महापाप से कैसे बचाएगा। दशहरा पर्व तक साइनस कॉलेज मैदान प्रदेश की चर्चा का मुख्य बिंदु बना रहेगा, जहाँ अच्छाई और बुराई की परस्पर टक्कर स्पष्ट होगी।
डिलीवरी के कुछ घंटे बाद प्रसूता की मौत , परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया
Loksadan। सिजेरियन डिलीवरी के कुछ घंटे बाद प्रसूता की मौत परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया, प्रबंधन कराएगा जांच कोरबा के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कोहड़िया चारपारा निवासी नंदिनी साहू की सिजेरियन प्रसव के कुछ घंटे बाद हालत बिगड़ गई और फिर उसके मौत हो गई। परिजनों इस मामले में डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि परिजनों की मांग पर डॉक्टर के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया और तथ्यों के आधार पर आगे जांच करेंगे। चारपारा कोहड़िया क्षेत्र में रहने वाली नंदिनी साहू का प्रथम प्रसव था। परिजनों के द्वारा उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के अनुसार यह डिलीवरी सिजेरियन संपन्न हुआ। नंदिनी के पति कीर्तन ने बताया कि अस्पताल स्टाफ ने उसे बार-बार अलग-अलग जानकारी दी और यहां वहां चक्कर लगवाए। डॉक्टर की सलाह पर ही हमने नंदिनी की बच्चेदानी निकालने को कहा। कई यूनिट ब्लड की व्यवस्था करने के बाद भी नंदिनी की मौत हो गई। मेरा आरोप है कि डॉक्टर के लापरवाही से यह घटना हुई है। परिजनों के इस आरोप के बारे में अस्पताल प्रबंधन की और से बताया गया कि कई प्रकार के कॉम्प्लिकेशन थे। सिजेरियन मामले में कितना ब्लड बह जाएगा इसका अनुमान लगाना कठिन होता है। इसलिए हमने अतिरिक्त ब्लड की व्यवस्था करने को कहा था। अस्पताल प्रबंधन ने यह अभी कहां की परिजनों की मांग पर डॉक्टर के पैनल से मृतका का पोस्टमार्टम व वीडियो ग्राफी कराई गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच और कार्रवाई होगी । इस मामले में साहू परिवार ने नंदिनी साहू को खो दिया है जबकि उसके द्वारा जन्म दिए गए दो नवजात सकुशल हैं और उनकी सारसंभाल की जा रही है। देखना होगा कि नंदिनी की मौत को लेकर जो कुछ बातें की जा रही है, उसका असली सच क्या कुछ सामने आता है।
*माटी अधिकार मंच 9 सितंबर को कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय का करेगा गेट जाम हड़ताल*
Loksadan। माटी अधिकार मंच के द्वारा भूविस्थापितों प्रभावितों की समस्याओं के संबंध में 10 सूत्रीय मांग पत्र एसईसीएल महाप्रबंधक कुसमुंडा को सौंपी गई है । जिसके संबंध में 9 सितंबर को एसईसीएल कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय का गेट जाम हड़ताल किया जाएगा । जिसमें पुराने अर्जन एवं नए अर्जन से प्रभावित ग्रामीण उपस्थित रहेंगे । पुराने रोजगार प्रकरण का आज तक निराकरण नहीं कुसमुंडा परियोजना की शुरुआत 1978 – 79 से हुई है । तत्कालीन समय में जिन ग्रामों का अधिग्रहण किया गया है । उन गांवो के बहुत से खातेदारों को आज भी रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा है । पुराने अर्जन के खातेदारों को अर्जन के बाद जन्म , खाता संयोजन संबंधी कारणों से रोजगार से वंचित किया गया है , जबकि इस तरह का कोई नियम तत्कालीन मध्य प्रदेश शासन के द्वारा नहीं लाया गया है । मध्य शासन के द्वारा जनवरी 1983 में प्रत्येक खाते में कम से कम एक नौकरी देने का आदेश जारी किया गया था । जिसका पालन नहीं किया जा रहा है । आदेश का पालन नहीं करने से पुराने रोजगार के प्रकरण लंबित हैं जिसके कारण बार-बार आंदोलन की स्थिति निर्मित हो रही है । अर्जन के बाद जन्म संबंधी प्रकरण के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के द्वारा भी आदेश पारित किया गया है । जिससे स्पष्ट हो गया है कि , अर्जन के बाद जन्मा व्यक्ति भी रोजगार के लिए पात्र है । अधिग्रहण के 15 वर्ष बाद भी भूमि का मुआवजा नहीं , ग्रामीण परेशान एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के द्वारा 1978 से लगातार कोल उत्खनन हेतु अभी तक ग्राम जरहाजेल , दूरपा , बरपाली , गेवरा , खम्हरिया, दुल्लापुर , बरमपुर , भैंसमाखार , मनगांव , जटराज , सोनपुरी , बरकुटा , पाली , पड़निया , रिसदी , खोडरी , चुरैल , अमगांव , खैरभावना आदि का अधिग्रहण किया जा चुका है । इसमें से अभी तक ग्राम सोनपुरी , गेवराबस्ती , अमगांव , चुरैल , खैरभवना में मुआवजा , रोजगार की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है । ग्रामीणों को शीघ्र मुआवजा प्रदान करने का आश्वासन देकर गुमराह किया जा रहा है । जिसमें से ग्राम सोनपुरी का अधिग्रहण किए 15 वर्ष हो गए हैं । शासकीय भूमि के प्रधानमंत्री आवासधारी पुनर्वास से वंचित सभी ग्रामों में कमजोर वर्ग के लोगों को प्रधानमंत्री आवास आवंटित किया गया है । जिनका मकान ज्यादातर शासकीय भूमि पर निर्मित है एवं ऐसे आवासधारी जिनका मकान दूसरे व्यक्ति की भूमि पर बना हुआ है । प्रबंधन के अनुसार पुनर्वास की पात्रता नहीं रखते हैं । केंद्र सरकार के द्वारा आवासहीन लोगों को बसाया जा रहा है । इसके विपरीत एसईसीएल के द्वारा ऐसे लोगों को बेघर किया जा रहा है । माटी अधिकार मंच के द्वारा विस्थापितों के संबंध में लगातार , आंदोलन किया जा रहा है । भविष्य में विस्थापितों के हित में यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा ।
कैंसर से जंग में नई उम्मीद: रूस की ‘एंटेरोमिक्स’ क्लीनिकल ट्रायल में 100% सफल
लोकसदन : मॉस्को। कैंसर जैसी घातक बीमारी के खिलाफ दुनिया को नई उम्मीद मिल सकती है। रूस की mRNA आधारित वैक्सीन एंटेरोमिक्स (Enteromix) ने क्लीनिकल ट्रायल में 100% प्रभावशीलता और सुरक्षा दर्ज की है। रूस की फेडरल मेडिकल एंड बायोलॉजिकल एजेंसी (FMBA) ने ऐलान किया कि यह वैक्सीन अब क्लीनिकल उपयोग के लिए तैयार है।FMBA प्रमुख वेरोनिका स्क्वोर्टसोवा ने बताया कि यह वैक्सीन न केवल सुरक्षित पाई गई है, बल्कि ट्यूमर को सिकोड़ने और उसकी वृद्धि को धीमा करने में भी असरदार साबित हुई है। खास बात यह है कि इसे हर मरीज के RNA प्रोफाइल के आधार पर पर्सनलाइज़ किया जाएगा। किन बीमारियों के लिए तैयार हो रही वैक्सीन? पहला संस्करण कोलोरेक्टल कैंसर के इलाज में उपयोग होगा। दूसरा संस्करण ग्लियोब्लास्टोमा (मस्तिष्क कैंसर) और विशिष्ट प्रकार के मेलेनोमा (त्वचा कैंसर) के लिए विकसित किया जा रहा है। कैसे काम करती है एंटेरोमिक्स? एंटेरोमिक्स mRNA तकनीक से बनी है, वही तकनीक जो COVID-19 वैक्सीन में इस्तेमाल हुई थी। यह वैक्सीन इम्यून सिस्टम को इस तरह प्रशिक्षित करती है कि वह कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर नष्ट कर सके।यह हर मरीज के लिए अलग-अलग तैयार की जाएगी।इसमें न तो कीमोथेरेपी जैसी थकान, न ही रेडिएशन जैसे गंभीर साइड इफेक्ट देखने को मिले।मरीजों ने इसे बिना परेशानी के सहन किया। रिसर्च और विकास ट्रायल में शुरुआती चरण में 48 वालंटियर्स ने हिस्सा लिया। इसे रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल मेडिकल रिसर्च रेडियोलॉजी सेंटर और एंगेलहार्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (EIMB), रशियन एकेडमी ऑफ साइंस ने मिलकर विकसित किया। दवा को सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF 2025) में पेश किया गया था। MedPath की रिपोर्ट के अनुसार, एंटेरोमिक्स चार सुरक्षित वायरस का इस्तेमाल कर कैंसर कोशिकाओं पर हमला करता है और साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
कांग्रेस सांसद ने ग्रामीण के कंधे पर बैठकर किया बाढ़ क्षेत्र का दौरा
लोकसदन : कटिहार। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी एक नए विवाद में फंस गई है। कटिहार के सांसद तारिक अनवर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने के दौरान एक ग्रामीण के कंधे पर सवार नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर विपक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कंधे पर बैठकर किया दौरा जानकारी के मुताबिक, सांसद तारिक अनवर दो दिवसीय दौरे पर कटिहार पहुंचे थे। वे बाढ़ग्रस्त धुरियाही ग्राम पंचायत के सोनाखाल और शिवनगर के बीच कटान क्षेत्र का जायजा ले रहे थे। ट्रैक्टर से दूरदराज तक जाने के बाद जब उन्हें कीचड़ और पानी भरे हिस्से से गुजरना पड़ा, तो वे एक ग्रामीण के कंधे पर बैठकर रास्ता पार करते दिखे। वीडियो में दो अन्य ग्रामीण उन्हें सहारा देते भी नजर आए, ताकि उनका संतुलन न बिगड़े। कांग्रेस की सफाई इस मामले में कटिहार जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील यादव ने सफाई देते हुए कहा, “सांसद अनवर इलाके में लोगों की समस्याएं समझने गए थे। दौरे के दौरान उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, इस कारण वे ठीक से चल नहीं पा रहे थे। ग्रामीणों ने ही आग्रह कर उन्हें कंधे पर बैठाकर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करवाया।” सांसद अनवर का बयान सांसद तारिक अनवर ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, “कीचड़ और पानी देखकर ग्रामीणों ने आग्रह किया कि मैं उनके कंधे पर बैठकर रास्ता पार कर लूं। उनका अनुरोध मैं मना नहीं कर सका।” विपक्ष के निशाने पर कांग्रेस वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि जनता की परेशानी देखने गए सांसद खुद जनता पर बोझ बन गए।
ई-चालान से सावधान, केवल अधिकृत वेबसाइट से ही करें भुगतान
लोकसदन : सुकमा। हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ सहित देशभर में आरटीओ ई-चालान धोखाधड़ी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। परिवहन विभाग ने आम जनता को सचेत करते हुए साफ कहा है कि चालान की जांच और भुगतान केवल अधिकृत पोर्टल मबींससंद.चंतपअंींद.हवअ.पद से ही करें। सुकमा के जिला परिवहन अधिकारी एस. बी. रावटे ने जानकारी दी कि साइबर ठग नकली ई-चालान के नाम पर लोगों को एसएमएस या मैसेज भेजकर संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने के लिए उकसाते हैं। इन लिंकों पर क्लिक करते ही लोगों की व्यक्तिगत और बैंक संबंधी जानकारी चोरी हो जाती है, जिससे खातों से रुपए गायब होने जैसी घटनाएं घट रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस और परिवहन विभाग केवल पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर ही आधिकारिक संदेश भेजते हैं, जिनमें हमेशा सरकारी वेबसाइट का असली लिंक होता है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी अज्ञात लिंक, संदिग्ध ऐप या एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
जिला अस्पताल में निःशुल्क रूट कैनाल की सुविधा उपलब्ध
लोकसदन : सुकमा : कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय, सुकमा में दंत चिकित्सा सेवाओं को और सशक्त करते हुए अब आरसीटी (रूट कैनाल ट्रीटमेंट) की निःशुल्क सुविधा शुरू कर दी गई है। अब तक जिले के मरीजों को दांतों की गंभीर समस्या होने पर जगदलपुर या मलकानगिरी तक जाना पड़ता था, लेकिन अब यह आधुनिक उपचार सुविधा यहीं जिला मुख्यालय सुकमा में उपलब्ध है। डॉ. हर्षिता वर्मा की नियुक्ति के बाद यह सेवा संभव हो पाई है। प्रशासन का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है ताकि दूरस्थ ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को भी बेहतर इलाज नजदीक ही मिल सके। इस सकारात्मक पहल से न केवल ग्रामीणों का समय और पैसा बचेगा, बल्कि उन्हें समय पर गुणवत्तापूर्ण उपचार भी प्राप्त होगा।
जिला प्रशासन की सक्रियता से उल्टी-दस्त की स्थिति पर नियंत्रण
लोकसदन : मांगीतोंग गांव में ग्रामीणों को मिला त्वरित उपचार की सुविधा सुकमा । कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर ग्राम पंचायत पाकेला के आश्रित ग्राम मांगीतोंग में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर ग्रामीणों को आवश्यक उपचार और जागरूकता प्रदान की। ग्राम में कुल 54 घरों में निवासरत 164 लोगों का मलेरिया सहित विभिन्न स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार किया गया। स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सा विभाग की टीम ने 40 लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाए तथा 8 लोगों को दस्त की समस्या से प्रभावित पाया। गंभीर कुपोषण से ग्रसित 1 बच्चे को पोषण पुनर्वास केंद्र में उपचार हेतु भेजने निर्देशित किया, वहीं एक गर्भवती महिला का पंजीयन कर स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा गया। गांव में स्थित पेयजल स्रोतों में क्लोरीनीकरण कर संक्रमण से बचाव सुनिश्चित किया गया। साथ ही, ग्रामीणों को साफ पानी उबालकर पीने और मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई। शिविर में निःशुल्क दवाइयाँ वितरित की गईं। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता ग्रामीणों की सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था है। समय पर शिविर लगाने से स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। शिविर में एसडीएम छिंदगढ़ विजय प्रताप खेस, सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह, तहसीलदार इरशाद अहमद, बीएमओ डॉ. नारंग, सरपंच, वार्ड पंच एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन की जानकारी दी और बताया कि उल्टी-दस्त से ग्रामीण प्रभावित नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शासन-प्रशासन हर परिस्थिति में उनके साथ है।
12 दिन बाद खुलेंगे स्कूल
लोकसदन : पंजाब में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। राज्य के बाढ़ प्रभावित सभी 23 जिलों के 2050 गांवों में कुल 3 लाख 87 हजार 898 व्यक्ति बेघर हो गए हैं जबकि 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के कई जिलों में अब तक बाढ़ के कारण 48 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि जिला पठानकोट से तीन व्यक्ति लापता हैं। तो वहीं बाढ़ के कारण 27 अगस्त से राज्य में सभी स्कूल बंद हैं। इसके अलावा दो बार स्कूलों की छुट्टियां भी बढ़ाई गई थी। ऐसे में लगभग 12 दिन बाद स्कूल दोबारा खोले जा रहे हैं। 8 सितंबर यानी सोमवार से स्कूलों को खोला जा रहा है, लेकिन सोमवार को विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे। पंजाब सरकार की तरफ से जारी किए गए दिशा निर्देशों के तहत 8 सितंबर को राज्य के सभी सरकारी स्कूल विद्यार्थियों के लिए बंद रहेंगे। पंजाब सरकार ने राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलीटेक्निक संस्थान और आईटीआई 8 सितंबर से फिर से खोलने का फैसला लिया। हालांकि, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में संस्थानों को बंद रखने का निर्णय संबंधित डिप्टी कमिश्नर ले सकेंगे। सरकारी स्कूलों में सोमवार को सिर्फ शिक्षक आएंगे और स्कूलों का निरीक्षण व नुकसान का आकलन करेंगे। 9 सितंबर से विद्यार्थियों को स्कूल में आना होगा। इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधकों के लिए यह सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा कि स्कूल की इमारत और कक्षाएं पूरी तरह बच्चों के लिए सुरक्षित हों, ताकि विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। 8 सितंबर को राज्य के सभी सरकारी स्कूल विद्यार्थियों के लिए बंद रहेंगे।

